बाल लीला Summary in Hindi

“बाल लीला” एक प्रमुख हिंदू धार्मिक कथा है, जिसमें भगवान कृष्ण के बचपन की खिलखिलाहट और लीलाएँ प्रस्तुत की जाती हैं। यह कथा भगवान कृष्ण के अद्वितीय चरित्र और उनके भक्तों के साथ की आवाज के रूप में मानी जाती है। Read More Class 6 Hindi Summaries.

बाल लीला Summary in Hindi

बाल लीला पदों का सार

पहले पद में श्रीकृष्ण खेल में श्रीदामा से हार जाते हैं पर श्री कृष्ण अपनी हार नहीं मानते। श्रीदामा ने उनसे कहा कि वे जात-पात में उनसे बड़े नहीं और नहीं वे उनके घर से मांग कर खाते हैं। उनके पिता के पास कुछ गउएं अवश्य अधिक हैं। जो खेल में झगड़ा करता है उसके साथ कौन खेलना पसंद करेगा। श्रीकृष्ण अभी खेलना चाहते थे इसलिए उन्होंने अपनी हार मान कर बारी दे दी। दूसरे पद में श्रीकृष्ण अपनी माँ से शिकायत करते हैं कि उन्होंने माखन की चोरी नहीं की। वे तो सवेरे-सवेरे गाय ले कर चराने के लिए चले गए थे। वे तो छोटे-से बालक थे और किसी भी प्रकार छींके तक नहीं पहुंच सकते थे। ग्वालों के कुछ बालक उनसे दुश्मनी करते हैं। उन्होंने उनके मुंह पर मक्खन लगा दिया था। माँ पर दोष लगाते हुए कहते हैं कि वह भी पराया समझ कर उन पर आरोप लगाती है। यशोदा माता ने श्रीकृष्ण की बातें सुनकर उन्हें अपने गले से लगा लिया।

Conclusion:

“बाल लीला” एक महत्वपूर्ण हिंदू कथा है जो भगवान कृष्ण के जीवन की अनमोल छवि को प्रस्तुत करती है। इस कथा के माध्यम से हमें दिव्य भक्ति, नीति, और धार्मिक शिक्षा के महत्व का अद्वितीय संदेश मिलता है।

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