दोहा अंत्याक्षरी Summary In Hindi

दोहा अंत्याक्षरी, संत कवि सुरदास द्वारा रचित भजनों का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हिन्दी साहित्य के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में माना जाता है। यह भजन गीतिक और भावनात्मक परिप्रेक्ष्य में आध्यात्मिकता को छूने का प्रयास करते हैं और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को प्रकट करते हैं। Read More Class 6 Hindi Summaries.

दोहा अंत्याक्षरी Summary In Hindi

दोहा अंत्याक्षरी पाठ का सार

रक्षा बंधन का दिन था। कक्षा में बहुत कम विद्यार्थी आए थे। जो बच्चे आए भी थे उसका भी पढ़ने का मन नहीं था। अध्यापिका ने कक्षा में आकर विद्यार्थियों के मन के भाव समझ लिए और उन्हें अंत्याक्षरी खेलाने की बात सोची। विद्यार्थी प्रसन्न थे कि फ़िल्मी गाने की अंत्याक्षरी होगी पर अध्यापिका ने उन्हें दोहों की अंत्याक्षरी सिखाई जिसमें रहीम के दोहों को ही आधार बनाया गया।

Conclusion:

दोहा अंत्याक्षरी के माध्यम से संत कवि सुरदास ने भक्ति और आध्यात्मिकता के अद्वितीय अनुभव को साझा किया। इसका महत्वपूर्ण संदेश है कि साधना और आध्यात्मिक अनुभव के माध्यम से आत्मा का मुक्ति की ओर पथ मिलता है

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