“Himmat Karne Walon Ki Haar Nahin Hoti,” which translates to “Those Who Persevere Never Face Defeat,” is an inspirational mantra that embodies the essence of resilience and determination in the face of adversity. In this summary, we delve into the significance of this motto, which underscores the idea that success is not reserved for the exceptionally talented or fortunate but is attainable by those who possess unwavering courage and the will to persevere. Read More Class 8 Hindi Summaries.
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती Summary in Hindi
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती कविता का सार
“हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती’ नामक कविता डॉ० हरिवंशराय बच्चन द्वारा लिखित है। इसमें कवि ने साहसी पुरुषों की जीत का संदेश दिया है। साहसी लोगों की जीवन में कभी हार नहीं होती। जो लोग लहरों से डरते रहते हैं उनकी कभी नैया पार नहीं लगती। उदाहरण के रूप में वे समझाते है कि जैसे नन्हीं – सी चींटी दाना लेकर दीवारों पर चढ़ते हुए सैंकड़ों बार फिसलती है किन्तु वह हार नहीं मानती।
उसके मन का विश्वास उसमें साहस पैदा करता है। इस विश्वास से उसे चढ़कर गिरना और गिरकर चढ़ना बुरा नहीं लगता था। वे अंत में सफलता प्राप्त कर ही लेते हैं। वह अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेती है। एक गोताखोर मोती पाने की आशा में सागर में अनेक बार गोते लगाता है और अनेक बार खाली हाथ लौटता है किन्तु उसे पता है कि पानी में मोती आसानी से नहीं मिलते इसी बात से उसका उत्साह दुगुना बढ़ जाता है।
इसी उत्साह एवं हिम्मत से गोताखोर मोती प्राप्त कर लेता है। कवि ने प्रेरणा देते हुए कहा है कि असफलता को सदा एक चुनौती के रूप में स्वीकार करना चाहिए। हमें उसमें कमी को ढूंढकर उसका सुधार करना चाहिए। सफलता न मिलने तक नींद आराम त्याग देना चाहिए। मैदान छोड़कर कभी भी नहीं भागना चाहिए बल्कि अंत तक संघर्ष करना चाहिए क्योंकि जीवन में कुछ किए बिना ही जय प्राप्त नहीं होती।