“Jayashankar Prasad” (1889-1937) was a outstanding Hindi poet, playwright, and novelist of the Chhayavaad movement, which targeted on romanticism, mysticism, and spiritualism. Prasad’s literary contributions considerably enriched Hindi literature for the duration of the early 20th century. Read More Class 12 Summaries.
जयशंकर प्रसाद के दोहे Summary In Hindi
जयशंकर प्रसाद जीवन परिचय
जयशंकर प्रसाद जी का जीवन परिचय लिखिए।
जयशंकर प्रसाद का जन्म सन् 1889 ई० में वाराणसी के सुंघनी साहू नामक वैश्य परिवार में हुआ था। सबसे छोटी सन्तान होने के कारण प्रसाद जी को माता-पिता का विशेष स्नेह प्राप्त था लेकिन पन्द्रह वर्ष की अवस्था होतेहोते इनके माता-पिता और बड़े भाई का देहान्त हो गया। परिवार का सारा बोझ इन्हीं के कन्धों पर आ पड़ा। पारिवारिक परिस्थितियों के कारण ये कॉलेज की पढ़ाई नहीं कर सके। रुचि के अनुसार इन्होंने घर पर ही शिक्षा प्राप्त की। प्रसाद जी की आरम्भिक रचनाएँ ‘इन्दु’ नामक मासिक पत्रिका में प्रकाशित हुईं।
इन्होंने काव्य, कहानी, उपन्यास, नाटक, निबन्ध और एकांकी लिखे हैं। कामायनी, आँसू, झरना, लहर, प्रेम-पथिक, ध्रुवस्वामिनी, अजातशत्रु, कंकाल इनकी प्रसिद्ध रचनाएं हैं। इन्हें ‘कामायनी’ पर ‘मंगलाप्रसाद’ पारितोषिक से सम्मानित किया गया था। सन् 1937 ई० में इनका देहांत हो गया था।