“नमन देश के जवानों को” एक कविता है जो भारतीय सैनिकों के शौर्य, समर्पण, और वीरता को महत्वपूर्ण रूप से बयां करती है। इस कविता में हमें सैनिकों के प्रति हमारी कृतज्ञता और आदर का अभिवादन किया जाता है, जो हमारे देश की सुरक्षा के लिए अपने जीवन की कठिन श्रम करते हैं। यह कविता एक सामाजिक संदेश का प्रतीक है और हमें याद दिलाती है कि हमें सैनिकों के साथ होने वाले उनके संघर्ष का समर्थन करना चाहिए। Read More Class 7 Hindi Summaries.
नमन देश के जवानों को Summary In Hindi
नमन देश के जवानों को कविता का सार
‘नमन देश के जवानों को’ कविता में कवि ने देश के रक्षक वीर जवानों को नमन किया है। कवि कहता है कि वह देश के उन वीर सैनिकों को प्रणाम करता है जो देश की रक्षा के लिए देश की सीमा पर डटे रहते हैं और शत्रु-सेना का सामना करते हुए उसे उसके अरमानों को पूरा नहीं करने देते। वे पहाड़, नदी, रेगिस्तान, खाई, समुद्र, जंगल हर स्थान पर चुनौतियों को स्वीकार करते हैं। वे तिरंगे के सम्मान की रक्षा करते हुए उसे सैल्यूट करते हैं जो उनके उत्साह का उदाहरण है। वे भारत के सुनहरे भविष्य के लिए अपना आज मिटा देते हैं और युद्ध क्षेत्र में कभी पीठ नहीं दिखाते। वे शत्रु को पराजित कर उसे छठी का दूध याद दिला देते हैं। अपना बलिदान देकर वे भारत माता की रक्षा करते हैं। वे बहादुरी से अपने कर्तव्य का पालन करते हुए परमवीर, महावीर, वीरचक्र पुरस्कार में प्राप्त करते हैं। ऐसे देश के सपूतों, वीर जवानों को हमारा नमस्कार है।
Conclusion:
“नमन देश के जवानों को” का संग्रहण हमें समर्पण, वीरता, और देश भक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका को समझाता है। यह कविता हमारे सैनिकों के प्रति हमारे आदर और गर्व का प्रतीक है, और हमें उनके सेवानिवृत्ति और संघर्ष की महत्वपूर्णता को याद दिलाती है। हमें इसे एक समर्थन और प्रेरणा स्रोत के रूप में देखना चाहिए, और हमें समय-समय पर अपने सैनिकों के साथ होने वाले संघर्ष का समर्थन करना चाहिए।