पुष्प की अभिलाषा Summary In Hindi

“पुष्प की अभिलाषा” एक प्रमुख हिंदी कहानी है, जिसमें पुष्प के एक साधू की अत्यधिक अभिलाषा और उसके पास सृजनात्मकता की महत्वपूर्ण सन्देश होता है। इस कहानी में हमें पुष्प की अनोखी और विशेषता को पूरी तरह से समझने का मौका मिलता है, जो उसके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है। Read More Class 7 Hindi Summaries.

पुष्प की अभिलाषा Summary In Hindi

पुष्प की अभिलाषा कविता का सार

‘पुष्प की अभिलाषा’ देश प्रेम की कविता है, जिसमें पुष्प परमात्मा से प्रार्थना करता है कि उसे बलिदानी वीरों के कदमों पर न्योछावर किया जाए। कवि पुष्प की इच्छा बताते हुए लिखता है कि वह यह नहीं चाहता कि उसे देवताओं की कन्याओं के गहनों में पिरोया जाए अथवा प्रेमी की माला में पिरोया जा कर प्रेमिका को मुग्ध करे। वह सम्राटों के शवों पर भी नहीं गिरना चाहता और न ही देवताओं के मस्तक पर बैठकर अहंकारी बनना चाहता है। वह चाहता है कि उसे तोड़ कर उस रास्ते पर फेंक दिया जाए जिस रास्ते से मातृभूमि पर अपना बलिदान देने अनेक वीर जा रहे हों।

Conclusion:

“पुष्प की अभिलाषा” का संग्रहण हमें यह सिखाता है कि अभिलाषाएं हमारे जीवन को मायने देती हैं और हमें उन्हें पूरा करने के लिए समर्पित और प्रतिबद्ध रहना चाहिए। इस कहानी में साधू की अद्वितीय प्रेम की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि सच्चा प्यार और समर्पण ही वास्तविक खुशियों का स्रोत होते हैं, और विश्वास के साथ आपके सपनों को पूरा किया जा सकता है।

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