“Rabba Meher de – Pani de” is a popular Punjabi phrase that translates to “God, bless with rainwater” in English. This phrase carries profound significance, particularly in the context of agriculture and environmental conservation. It reflects the age-old wisdom of acknowledging a divine force for the gift of rainwater, which is vital for sustaining life on Earth. Read More Class 8 Hindi Summaries.
रब्बा मीह दे-पानी दे Summary in Hindi
रब्बा मीह दे-पानी दे कविता का सार:
‘रब्बा मीह दे-पानी दे’ कविता विनोद शर्मा द्वारा रचित है। इसमें कवि ने ईश्वर से वर्षा करने की प्रार्थना की है। कवि ईश्वर से प्रार्थना कर कह रहा है कि हे प्रभु ! वर्षा करो और गर्मी से झुलसी धरती को ठंडा कर नया जीवन दो। पानी से खेतों में सोना उगता है। पानी से सब दुगुना है बिना पानी के कत्था और चूना भी व्यर्थ है। पानी ही जीवन का आधार है। उसके बिना जीवन खत्म हो जाता है। पानी से खेतों में हरियाली और खुशहाली होती है।
मवेशी, प्राणी और पेड़-पौधे पानी बिना जी नहीं सकते। पानी को नष्ट और प्रदूषित न करने का आह्वान किया है। चाहे पानी का कोई रंग नहीं है। फिर भी यह जिसमें मिल जाता है उसी रंग में खिल जाता है। दु:ख के समय आंखों में आ जाता है और खुशी में रुला देता है।