“साथी हाथ बढ़ाना” एक प्रसिद्ध हिंदी कविता है, जो आदित्य चौधरी द्वारा रची गई है। इस कविता में साथी और आपसी सहायता के महत्व को उजागर किया गया है, और यह समझाने का प्रयास किया गया है कि समर्थन और एकजुटता समस्याओं को पार करने में कितना महत्वपूर्ण होता है। Read More Class 6 Hindi Summaries.
साथी हाथ बढ़ाना Summary In Hindi
साथी हाथ बढ़ाना कविता का सार
कवि कहता है कि साथियो, सहायता के लिए अपने हाथ बढ़ाओ। अकेला व्यक्ति काम करते-करते थक जाता है पर मिल कर करने से काम जल्दी हो जाता है। जब भी परिश्रम करने वालों ने मिल कर काम किया तब ही असंभव काम भी संभव हो गए। परिश्रम ही हमारे भाग्य की रेखा है इसलिए उससे कभी नहीं डरना चाहिए। जीवन की राह में परिश्रम करते हुए सुख-दुख दोनों मिलते हैं इसलिए दुःखों से कभी नहीं डरना चाहिए। परिश्रम का रास्ता ही सबसे अच्छा रास्ता है। एक-एक बूंद मिलने से नदियाँ बनती हैं और रेत के कणकण से रेगिस्तान बन जाता है। राई जैसे छोटे-छोटे कण पर्वत का निर्माण कर सकते हैं। हम इन्सान मिलकर काम करें तो हम भाग्य को भी अपने वश में कर सकते हैं।
Conclusion:
“साथी हाथ बढ़ाना” कविता का संक्षेपन करते समय, हम यह समझते हैं कि साथ मिलकर किसी भी मुश्किल को पार करने में हमें सफलता मिलती है। इस कविता ने हमें यह सिखाया है कि सहयोग और साथीता किसी भी कठिनाइयों को आसानी से अवाब देने में मदद कर सकते हैं।