“हम सुमन एक उपवन के” एक कहानी है जो एक उपवन में बसे वनवासियों की जीवन यात्रा को दर्शाती है। इस कहानी में प्राकृतिक सौंदर्य और आत्म-आवश्यकता के महत्व को उजागर किया जाता है।
हम सुमन एक उपवन के Summary In Hindi
हम सुमन एक उपवन के पाठ का सार
कवि हम सब मनुष्यों को फूल के समान मान कर कहता है कि यह धरती हम सबकी है जिस पर हमने जन्म लिया है। इस पर रहते हुए समान रूप से धूप-पानी हमने प्राप्त किया है। हवा के झूलों में हम झूले हैं। सूर्य और चाँद ने हमारे प्रति एक-सा अच्छा व्यवहार किया है। हमें भंवरों-सी मीठी आवाज़ प्राप्त हुई है। चाहे हमारे रूप-रंग अलग-अलग हैं पर हम सब धरती रूपी इस उपवन की शोभा हैं। इस आसमान के नीचे रहने वाले हम सब का ईश्वर रूपी माली एक ही है। कष्टों में रहकर भी हमने हंस-हंस कर जीना सीखा है। हम चाहे अमीर हों या गरीब हमने एक साथ मिल-जुल कर रहना सीखा है।
Conclusion:
“हम सुमन एक उपवन के” एक गहरे धार्मिक और दार्शनिक संदेश के साथ एक प्राकृतिक जीवन की महत्वपूर्ण कहानी है। इससे हमें प्राकृतिक संरक्षण और सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका का संदेश मिलता है।