हमारा स्वास्थ्य Summary in Hindi

“हमारा स्वास्थ्य” एक महत्वपूर्ण पहलू है जो हमारे जीवन की क्षमताओं और खुशियों को प्रभावित करता है। इसका मतलब नहीं है केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य भी शामिल है। यह कहानी हमें स्वस्थ जीवन की महत्वपूर्ण बातें सिखाती है।

हमारा स्वास्थ्य Summary in Hindi

हमारा स्वास्थ्य पाठ का सार

दुनिया में सबसे पहला सुख नीरोगी काया है। यदि हम स्वस्थ हैं तो सब कुछ अच्छा लगता है, सारे काम फुर्ती से हो जाते हैं, लेकिन यदि स्वास्थ्य ठीक न हो तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता, स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छ रहने की आवश्यकता है।

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अपने शरीर की सफाई के लिए हमें शरीर के सभी अंगों को साफ़ रखना चाहिए। रोज़ाना नहाना चाहिए। नहाते समय अपनी त्वचा के अनुसार साबुन का प्रयोग करना चाहिए। इससे शरीर की मैल भी धुलती है और शरीर के रोम-छिद्र भी खुलते हैं। शौच के बाद हाथ साबुन से अवश्य धोने चाहिएं। हाथ-मुँह पोंछने के लिए अपना ही तौलिया प्रयोग करना चाहिए। किसी दूसरे के तौलिये का प्रयोग नहीं करना चाहिए। तन के साथ-साथ कपड़ों की सफ़ाई भी आवश्यक है। हमेशा साफ़-सुथरे और इस्त्री किए हुए कपड़े ही पहनने चाहिएं।

अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें सन्तुलित आहार खाना चाहिए। हरी सब्जियाँ, दालें, फल, दही, पनीर तथा अंकुरित अनाज नियमित रूप से खाना चाहिए। इन सबसे हमारे शरीर में ऊर्जा आती है। दूध अपने आप में सन्तुलित आहार है। इसका सेवन सुबहशाम अवश्य करना चाहिए। खाने की वस्तुएँ ढकी हुई होनी चाहिए। फल और सब्जियों को प्रयोग में लाने से पहले धो अवश्य लेना चाहिए। पानी भी साफ़-सुथरा ही पीना चाहिए। जहाँ तक हो सके पानी को छानकर या उबालकर पीना चाहिए। हमें दिन में आठ-दस गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। इससे चेहरे और आँखों में चमक आती है।

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करना आवश्यक है। इससे शरीर भी स्वस्थ रहता है और मन भी स्वस्थ रहता है। व्यायाम हमें खुली हवा में करना चाहिए। मन में सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। सकारात्मक सोच के लिए अच्छी प्रेरणादायक तथा महापुरुषों की जीवनियाँ पढ़नी चाहिएं। तन और मन की सफ़ाई के साथ-साथ घर की सफ़ाई भी आवश्यक है। घर को झाड़ लगाकर फ़िनायल डालकर पोंछा लगाना चाहिए। सभी चीजें अपने-अपने स्थान पर रखी रहनी चाहिएं। अस्तव्यस्त चीजें हों तो मन की एकाग्रता पर भी असर पड़ता है और आवश्यकता पड़ने पर समय पर वस्तु न मिलने से घर में झगड़ा भी होता है। घर का कूड़ा-कर्कट ढक्कनदार डिब्बे में ही डालना चाहिए। गड्ढों में और नालियों में पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। कूलर, बाल्टियों और डिब्बों में, पानी की टंकियों में पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। इन सब बातों को अपनाते हुए हम अपने आपको सदा स्वस्थ रख सकते हैं। कहा भी गया है-तन्दुरुस्ती हज़ार नियामत है।

Conclusion:

“हमारा स्वास्थ्य” कहानी हमें यह सिखाती है कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी धन और समृद्धि है। यह हमारी शारीरिक, मानसिक, और भावनात्मक स्वास्थ्य का महत्व प्रमोट करती है और हमें अपनी देखभाल का सामग्री देती है। इसका संदेश है कि हमें स्वस्थ जीवन की प्राथमिकता बनानी चाहिए ताकि हम खुश, सकुशल, और सफल जीवन जी सकें।

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